मेरे हाथ ख़त भी नहीं उन तक पैगाम पहुँचाने को मेरे साथ वो भी नहीं […]
माँ
माँ की महिमा गाने मैं आया हूँमाँ क्या होती है ये बतलाने मैं आया हूँ […]
इन राहो से गुजरना छोड़ दो
इन राहो से गुजरना छोड़ दो अपने गुनाहों से मुकरना छोड़ दोफूलो से ही नहीं […]
अकेला हूँ
क्या ढूँढने निकला हूँ मैं नहीं जानताइस महकती खुशबू को मैं नहीं पहचानतामैं कल भी अकेला था […]
तेरी चाहत में सब कुछ भुला दिया
तेरी चाहत में सब कुछ भुला दियातेरी यादो नें आज मुझे रूला दियासोचता हूँ एक पल के […]
कवि हूँ
अपने शब्दों के जाल में मैं किसी को फ़साना तो नहीं चाहता हसंते हुए को […]
जय होने दो
भारत माता की जय होने दोआज फिर एक नया संविधान तय होने दो अपनी जिंदगी […]
उनकी तस्वीर देखा करते हैं
हम महफ़िल में बैठकर उनकी तस्वीर देखा करते हैंरोज साँझ सवरे उन्हें अनजान राहो में […]
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया था
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया थामाँ ने हाथो से अपने मुझको झुला झुलाया […]
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को तब से लगता है कि, ख्वाबो […]