बेटी देवी रूप है, मानो इसको शक्तिपूजो इसको रोज तुम, करो प्रेम से भक्ति
मौसम…
मौसम लाजवाब है, मौला इस हवा को यूँ ही बहने दोगाते हैं पंक्षी भी मौहब्बत […]
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, इसाई
हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, इसाई सब एक हैं इंसान से बढ कर कोई जात नहीं फिर भी […]
बीता खुशियों का आसमां
बीता खुशियों का आसमां कि फिर दुःख की गहराईयों में डूबना पड़ागमो के रास्ते दूर […]
मुझे चुप कराने आती
मैं रोज रूठ जाता, गर वो मुझे मनाने आतीमैं इतना न सताता, गर वो मुझे […]
रिश्ते तोड़ आया हूँ
अपने घर के उस आँगन को मैं छोड़ आया हूँमिलने की इच्छा है कि तभी […]
इतना लिपट कर रोया माँ से,
इतना लिपट कर रोया माँ से, मेरे आसूँ मोती बन गएमाँ के वो थप्पड़, जैसे […]
मुश्किलों भरा हो रास्ता
ढूंढने निकल जाएँ उन्हें तो हम हर शहर जाते हैंमिलना की हो इच्छा तो ख्याल […]