देश हाथ उठाये कहता जाए अब तो बलिदान जरुरीठाली बैठे क्या कर लोगे, संघर्ष बिना […]
उनपर मेहरबान है
वो इतराते है कि खुदा उनपर इतना मेहरबान हैआज मुझे मालूम हुआ, खुदा भी बड़ा […]
परिवार बनाना चाहता हूँ
हम सब एक हैं हिन्दू मुस्लिम को जोड़ जोड़कर मैं परिवार बनाना चाहता हूँकाम आये […]
राम मारते छींक
आज अचानक बचपन की एक घटना याद आ गयी जब बहुत छोटा था विश्वास और […]
मैं मौन हूँ
मैं भारत हूँ मैं मौन हूँ मैं मौन हूँ बाहें फैलाए पूछ रहा मैं कौन […]
एक और ग़ालिब
हमारे जख्म को नासूर बनाने वालो में एक और नाम शामिल हो गयाउन्हें लगा ये […]
आँखों में समंदर
मैंने दूर तक नजर दौड़ाई, और मुझे एक समंदर नजर आया सोचा दरिया तो खूबसूरत […]
पत्थरो में फसा हूँ या…
एक लम्बा सफ़र तय किया, और न जाने कहाँ आ गया हूँ जहाँ न जमीं […]
पीछे नहीं देखती
वो कभी पीछे मुड़कर नहीं देखती कि कहीं मेरा गम उसकी आँखों से न छलक […]
न बम से, न बन्दुक से
आज मैं तेरे अंहकार को जगाना चाहता हूँसो गई थी जो वीरता उसे उठाना चाहता […]