मित्रो मौहब्बत में दिल तो टूटते हैं मगर क्या कभी दोस्ती में जख्म खाते देखा […]
पूर्ण विराम लगाता हूँ
तूने बनाया यूँ मजबूर इतना मैं सरेआम इल्जाम लगाता हूँकभी हँसता था दिन भर अब […]
हिंदी की बात कर
गलत नहीं कोई पहनावा मगर कभी कभी चुनरी और बिंदी की बात करक्यूँ बैठ गया […]
ना बात करनी है
ना मुलाकात करनी है, ना बात करनी हैदिल को न लगे ऐसी कोई बात करनी […]
किसको पड़ी है अपने देश की
देश में किसको पड़ी है अपने देश कीसब को लगी है, अपने-अपने भेष कीहर कोई […]
दोस्ती का हाथ
दोस्ती ही थी वो, या बस तुमने भी मखोल उड़ाया थाकिसी के दिए जख्मो को […]
निवाला देखता हूँ
आज दिलो में अँधेरा और चेहरे पर उजाला देखता हूँभीड़ में प्यार मौहब्बत का निकला […]
साथ चाहिए तुम्हारा
जन्नत से भी ज्यादा प्यारा है , हमको ये देश हमाराजितना प्यारा है वतन उससे […]
वो मेरी आँखों में
मीठे शब्दों की मिठास को तरसता है मेरा मनहालात है कुछ ऐसे , जैसे फूलो […]
हमसफ़र बनते हैं अजनबी
रिश्ते बनाने तो आसान है लेकिन निभाने है मुश्किल दर्द बहुत होता है दोस्तों, जब […]