बड़े निक्कमे हैं वो लोग जो इस मुक्तक पर खरे उतरते हैं हमें भेज दफ्तर […]
बाजुओ में ताकत
खा रहे हो शाही पनीर तो अचार का क्या होगाबाजुओ में ताकत हो तो तलवार […]
तो आ जाना
खुली चेतावनी तुझको देता हो बाजुओ में बल तो आ जानातीर चलाना छाती पर तुझको […]
इतनी सी याद बहुत है
आप सभी जानते ही हैं लगातार पाकिस्तान की तरफ से “संघर्ष विराम उल्लघंन” किया जा […]
सिर्फ वो एक साकी
सुप्रभात मित्रो ये दुप्पटा रखा हैं संभालकर उसके आने की उम्मीद बाकि हैअब और नशा […]
आंधियां गिरा दे वो
उसके सिवाय कोई झुका दे हमें किसी में इतना दम नहींतुफानो में निकलते हैं, अब […]
ना कोई कृष्ण अवतार है
आईये याद करते हैं एक पल जब माँ बहनों और अधिक साफ़ शब्दों में कहें […]
चीर दिखाएँ छाती
ना तेरे पक्ष में ना मेरे पक्ष में बस ऐसे समाचार होहम रहें किसी हाल […]
शाहदत भूल गया
आप सभी जानते हैं कि जब हमे ज्यादा आरामदायक वस्तुएं मिल जाएँ तो हम तकलीफे […]
दिल लगाना सीख लूँ
फिर चलाना तीखे तीर पहले मैं नज़रे उठाना सीख लूँथोडा और कर न इंतजार बस […]