Posted In Pune

देख मिल गया, खुला आसमाँ भी आज परिंदों कोकौन कहता है गरीब को खुशियाँ नसीब […]

मेरे दोस्तो की दुआओ का असर इतना थाढेर करने आये , तूफानो ने भी रुख […]

मैं कल भी जिया और आज भी जी रहा हूँ फर्क सिर्फ इतना है कल […]