पुरानी यादें और मेरी तकदीर बदल गयी खो गयी पहचान पूरी तस्वीर बदल गयी मुझे […]
आदत भी तो है
फकीर हूँ मैं मगर, तू मेरी दौलत भी तो है इस रास्तो पर मुश्किलें, शौहरत […]
है तो है
अगर मुझे तुमसे मुहब्बत , है तो है मुहब्बत ही अब हकीकत, है तो है […]
तुम्हारा मकान तो नहीं
महोतरमा, ये हमारे सीने में तुम्हारा मकान तो नहीं परायी अमानत के साथ जीना भी […]
नजर मिल गयी
एक दफा हमारी, उनसे कहीं नजर मिल गयी यूँ मानिये हमें सारे जहां की खबर […]
मेरी हीर है तू
रोज ख्वाब में आती है वही तस्वीर है तू अच्छी बुरी जो भी हो मेरी […]
रविवार है ना
एक साप्ताहिक रचना…. 😛 ये जो साप्ताहिक रविवार है ना इससे तुम्हें बड़ा ही प्यार […]
दिल की खबर है
इस दिल को किसी दिल की खबर है मियां उस दिल में इस दिल का […]
अपने किरदार में हूँ
फिर वही तारीख वही रात मैं फिर से इंतजार में हूँ तू ही बदल गयी, […]
कवि का प्रेम पत्र
एक कवि जब प्रेम पत्र लिखने की कोशिश करता है… एक दफा मेरी मौहब्बत का […]