हमरा तो सर ही चकरा गवा है ससुरा… मुझे आदत थी यादें बनाने की , […]
शायद मंद हवा थी
सिर्फ तुम…हां तुम…ओह हो अरे बाबा तुम बेसक कमबख्त जीत गयी जंग, मेरा दिल तोड़करआज […]
खफा है मेरी परछाई से
कोशिश छोटी सी… क्या फर्क पड़ता, जो खत लिखूं खूं से या स्याही सेऊपरी मन […]
हिन्दुस्तान लिखता हूँ
सोचिये कुछ इस तरह भी… नौजवानो का कर्जदार हूँ उनका सम्मान लिखता हूँदेश्वशियो की खातिर […]
खुश रहो अपने संसार मे
आज फिर एक बार तुम्हारे लिए… मैं रात भर जागा, सिर्फ तेरे इंतजार मेंमैं आंसुओं […]
मूरख रहते मौन : दोहा
कोशिश देखें शहीदों सा बलशाली, है इस जहान कौनकत्ल हो जो सरे आम, मूरख रहते […]
परिंदा नहीं आया
छोटी सी कोशिश गौर फरमाईये … कुछ इस तरफ निकला था दुआओं को साथ लेकर […]
जीवन मे फैसले सोच समझकर लें
कुछ ही समय पहले की बात है दोस्तो, एक नगर मे एक राजा हुआ करता […]
तेरे आने का इंतजार करता हूँ
सिर्फ तुम्हारे लिए आज फिर एक बार … मैं आज भी हर शाम तेरे आने […]
ना यूँ कि मैं घर मे एकलौता हूँ
शुभ प्रभात … एक हाथ है जो सदा उठता है मुझे चुप कराने को, जब […]