प्यार न सही, तुम्हें हमसे है नफरत, बताओ तो सहीहमें है तुम्हारी या तुम्हें भी […]
जब शेर सा हिन्दुस्तान बोलता है
अच्छे बुरे की पहचान कपड़ो से नहीं होती , बन्दे का ईमान बोलता हैसच्ची शान […]
खुदा भी खुश है
खुदा भी खुश है तेरे जाने से इतना, रोज बरसात मुझपर हीरो की करता है […]
वो रो पड़ी
वो रो पड़ी कुछ इस तरह, कि मुझे आँसुओं पर भी तरस आने लगा #गुनी…
गरीब मजबूरी में रोता है
लहरें खुद रास्ता बनाती हैं, उन्हें कस्तीयाँ नहीं बोलतीगरीब मजबूरी में रोता हैं, उसकी बस्तियाँ […]
मैं हैरत में हूँ इस बात की कि रोज आईना देखकर भी खुद को कैसे […]
#संदेश
मेरी किताब के सारे पन्नों को फाड़कर फेकने के बाद, उसने कहा, जरा आखिरी पृष्ठ […]
परछाई से दूर
परछाई से दूर भागने पर , परछाई साथ नहीं छोड़ देतीऔर तुम चाहती हो, कि […]
माटी बनाने का मन करता है
ज्यों कदम रखता हूँ जमीन पर, माटी को माथे से लगाने का मन करता हैलोगो […]
चेहरे पे मुस्कान लिए बैठी है
एक बार फिर भावनाओ में बहने की कोशिश… वो आँखो मे अश्क और चेहरे पे […]