देश मेरा, देश की जमीं मेरी और हुक्म इन जल्लादो कादेखकर शर्मशार हैं भारती , […]
एक भी न हो सरहद
भारतीय हूँ, वैसे तो मुझे भी हिन्दुस्तान चाहिएसब धर्मो को एक करने वाला रामबाण चाहिएसिर्फ […]
मेरे गुनाहो में शरीख, तु भी कम नहीं
मेरी गलतियों के पन्ने से… मेरे गुनाहो में शरीख , तु भी कम नहींहम शैतान, […]
मेरे मुकद्दर में तु नहीं
मेरे मुकद्दर में तु नहीं , ये बात पुरानी हैचाँद दूर है कहीं सरासर झूठी […]
कैसा रास्ता बताऊँ मैं
हद हो गई लोगो की बातो से मुकरने कीतोड़ने, टूटने और फिर खुद बिखरने कीआखिर […]
लड़ाई चाहिए
मियां किसे चिरागों की सफाई चाहिएगगन को छू सकूँ, ऐसी ऊंचाई चाहिएमाँ को फक्र हो […]
कलम से पहचान होती है
पंखो से नहीं , बुलंद हौसलो से उड़ान होती हैयुवा पीढ़ी उम्र से नहीं इरादों […]