मेरी गलतियों के पन्ने से…
मेरे गुनाहो में शरीख , तु भी कम नहीं
हम शैतान, तु भी शैतानी से कम नहीं
तेरी शैतानियों पर , फिदा लाख पक्षी
इतनी सी बात पे भुला दें वो हम नहीं
बेशक , तुझे लाख बुरी लगी हो सूरत
फक्र ये है मेरी सीरत से तुझे गम नहीं
आसमां से जमीं तक साथ का वायदा
हमें जुदा करने का, किसी में दम नहीं
#गुनी…