जब तक बनकर पहरेदार रहा, उसे खिलता कमल कभी गुलाब का फूल कहा गया
वो जिस दिन करने लगा आसमाँ से रोशनी , उसके लाचार बाप को धूल कहा गया
जिसने भगत को आतंकवादी और शहीद को कुत्ता कहा उसे सबक की जरूरत थी
पर अफसोस है उन्हें माफ़ कर दिया और इस काम को हिन्द का असूल कहा गया
#गुनी…