मोती सारे बिखर जाते हैं

सभी आदरणीय सज्जनो को प्रणाम

थोड़े से नाम की खातिर, लोग हद से गुजर जाते हैं
हसरत ए मुकाम की खातिर नजरो से उतर जाते हैं
और आवाज ही कहाँ होती है , रिश्तों के टूटने की
मालूम भी पड़ता है जब, मोती सारे बिखर जाते हैं

#गुनी…

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