सीखने की इच्छा हो , तो लोग मेघ को पानी देता देख भी दान सीख लेते हैं
फलो से लदे पेड़ को देखकर भी , बड़ो का मान सम्मान सीख लेते हैं
बेसक कुछ न हो हाथो में, न माथे की लकीरों में, मिल जाये पूर्ण गुरु इस जग में
लोग गृहस्थ जीवन जीते – जीते भी , मोक्ष का ज्ञान सीख लेते हैं