भैया बस मन में आया तो लिख दिया… साथियो का प्रेम और बडो से आशीर्वाद निवेदित
शुरू से ही खोया रहता हूँ मैं , तेरे जज्बात में
गीत सुनाई देते हैं मुझे तो तेरी हर एक बात में
अब हकीकत में ना सही , ख्वाबो में ही सही
चाँद कदमो में रख दूं आने तो दो ख्यालात में
मेरे दिल की कीमत ना लगाओ बडा महंगा है
कागज के टुकड़ो को तुम रहने दो औकात में
गुलाब को रखा है, मत पूछो क्यों संभाल कर
अरे क्या रखा है, ऐसे फिजूल के सवालात में
खत खाली है, पर दिल की हर बात लिखी है
आंसुओ को छिपाकर रखा है हमने दवात में
बड़ी दूर तक आ गए , इस तरह अकेले हम
अब तय करें , कभी कोई सफर हम साथ में
#गुनी…