तुझे ख्याल भी है इस बात का, गुनी कबसे तेरे इंतजार में हैं
दिल तेरा हुआ, रूह छोड़ गयी अब तो ये जिस्म बेकार में है
#गुनी…
मेरी अपनी कहानी
तुझे ख्याल भी है इस बात का, गुनी कबसे तेरे इंतजार में हैं
दिल तेरा हुआ, रूह छोड़ गयी अब तो ये जिस्म बेकार में है
#गुनी…
very nice poem guni ji……we r like your poem.
बहुत बहुत शुक्रिया राजेश जी
very nice gurmeet ji
राजेश जी सहृदय धन्यवाद