एक दफा हमारी, उनसे कहीं नजर मिल गयी
यूँ मानिये हमें सारे जहां की खबर मिल गयी
मियां,….हम सारे जहां में तलाश किया उन्हें
वो ख्वाब आकर हमें,… हमारे घर मिल गयी
ख्वाईश हमारी भी नगमें और तरानो की थी
मगर ये कम्बख्त फिर से,..फिकर मिल गयी
मंजिलें बदल गयी, बदल गया सफर हमारा
जब राह किस्मत को मेरी,. जबर मिल गयी
जब निकलता है गुनी चाँद के साथ अकसर
लोग पूछ लेते हैं ये चांदनी किधर मिल गयी
#गुनी…