कोशिश छोटी सी … हिन्द पर शहीद होने वाले हर वीर को शत शत नमन
अरे ओ बुझदिल हिन्द की धरती पर न पीछे से घात कर
हिम्मत हो तो आ जा कभी आगे से भी मुक्का लात कर
फिर देखना मेरा हिन्द तुझको कैसे धूल चटा देगा
जैसे था ही नहीं तु ऐसे तुझको दुनिया से हटा देगा
गीदड़ कितना भी दोड़े जंगल में शेर नहीं बन सकता
तिनका हो जैसा भी तुफानो के आगे नहीं तन सकता
कर ले कोशिश अब तु हिन्द को दीवारो को तोड़ नहीं सकता
कोठी बनाकर दें कुत्ते को पर झूठी खानी छोड़ नहीं सकता
कायरता का देते परिचय तेरे शासक एक पठानकोट पर हंसते है
उनको मालूम नहीं हिन्द में एक नहीं हज़ार पठानकोट बसते हैं
#गुनी… जय हिन्द