मेरी दास्ताँ शायद कोई रूखी कहानी हैसमन्दर से ज्यादा इन आंखो में पानी है कुछ […]
तेरा आशियाना बदल रहा है
अब कोई कसूर तो तुम्हारा भी नहीं ये तो सारा ही जमाना बदल रहा है […]
मौहब्बत कहाँ होती है आजकल
बाज़ार लगता है साहब , मौहब्बत कहाँ होती है आजकलखूब बिकता है प्यार भी, हकीकत […]
नेता जी खड़े होकर कहा रहे हैं पकौड़े
नेता जी खड़े होकर खा रहें हैं पकौड़ेजनता धूप में बैठी चला रही है हथौड़े […]
मुद्दत के बाद सोया हूँ चैन से
कम्बख्त बड़ी मुद्दत के बाद मैं सोया हूँ चैन सेवो किस्मत में है ही नहीं […]
तु शुरुआत कर
एक दफा तु जरा हंसकर बात करमैं ही क्यूँ इस बार तु शुरुआत कर रोज […]
कोई लिबास नहीं रखता
टूटा हुआ है दिल हर किसी पर विश्वास नहीं रखताअपनो ने छोड़ दिया गैरो से […]
कसूर तस्वीरों का है ही नहीं
कसूर तस्वीरों का है ही नहीवो चेहरा रोज बदल लेती है #गुनी…
कोई शरारत कर रहा हूँ मैं
सुप्रभात पहली मुलाकात से ही तेरी इबादत कर रहा हूँ मैंबस तेरी खातिर दुनियां से […]
कौन अपना, और कौन पराया
छोले मिलते देखें होंगे किसी चौराहे पर बेकार वाले …. कौन अपना, और कौन परायाये […]