प्यार सोची समझी साज़िश है दो दिलो कीतिनके भर तक का भी कसूर नहीं है […]
स्वागत मेरा, मेहमान करते हैं
खुद को बड़ा अकेला महसूस करता हूँ आजकलजब मेरे ही शहर में स्वागत मेरा, मेहमान […]
ये भी कोई जहर है
ख्यालो ख्यालो में… नजरो में मेरी दूर तक अश्को का दरियाकुछ इस तरह का, जालिमो […]
मेरे गुनाहो की सज
मेरे गुनाहो की सजा , इस तरह दी जालिम नेजिंदगी का वायदा करके पल में […]
इश्क को इजहार की जरूरत कैसी
इश्क को इजहार की जरूरत कैसीखता मेरी है , दिल से नफरत कैसी तुमसे है […]
जग को इंतकाम तो लेने दे
बेसक, तुम मुझे काफ़िर ही कह लेनाजरा एक बार नाम सरेआम तो लेने दे अरे […]
झूठ भी इतनी खूबसूरती से बोलती है
झूठ भी इतनी खूबसूरती से बोलती है, आजकलजमीं के फूल और आसमाँ के सितारे भी […]
मैं तुझे अपना कह लूँ क्या
मैं तुझे अपना कह लूँ क्या यही गुजारिश हैकुछ पल और दो साथ मेरा यही […]
खाली मकान रह गया
दो ही तो लोग थे घर में , तुमने छोड़ दियाअब घर कहाँ महज खाली […]
मौत को तो सुनहरा रहने दे
तूने मुखोटे पर मुखोटे लगाए हर दमअब तो आखिर असल चेहरा रहने दे सब कुछ […]