अगर मुझे तुमसे मुहब्बत , है तो है मुहब्बत ही अब हकीकत, है तो है […]
तुम्हारा मकान तो नहीं
महोतरमा, ये हमारे सीने में तुम्हारा मकान तो नहीं परायी अमानत के साथ जीना भी […]
नजर मिल गयी
एक दफा हमारी, उनसे कहीं नजर मिल गयी यूँ मानिये हमें सारे जहां की खबर […]
मेरी हीर है तू
रोज ख्वाब में आती है वही तस्वीर है तू अच्छी बुरी जो भी हो मेरी […]
रविवार है ना
एक साप्ताहिक रचना…. 😛 ये जो साप्ताहिक रविवार है ना इससे तुम्हें बड़ा ही प्यार […]
दिल की खबर है
इस दिल को किसी दिल की खबर है मियां उस दिल में इस दिल का […]
अपने किरदार में हूँ
फिर वही तारीख वही रात मैं फिर से इंतजार में हूँ तू ही बदल गयी, […]
कवि का प्रेम पत्र
एक कवि जब प्रेम पत्र लिखने की कोशिश करता है… एक दफा मेरी मौहब्बत का […]
तुझे मांग लूँ मैं
तुझे मांग लूँ मैं, जो खुदा से मुलाक़ात हो जाए ख़ामोशी भी मंजूर है , […]
लहरों से जीत आया हूँ
रात भर सोया नहीं , मैं रात के अंधेरो से जीत आया हूँ चाँद के […]