तेरी चाहत में सब कुछ भुला दियातेरी यादो नें आज मुझे रूला दियासोचता हूँ एक पल के […]
कवि हूँ
अपने शब्दों के जाल में मैं किसी को फ़साना तो नहीं चाहता हसंते हुए को […]
जय होने दो
भारत माता की जय होने दोआज फिर एक नया संविधान तय होने दो अपनी जिंदगी […]
उनकी तस्वीर देखा करते हैं
हम महफ़िल में बैठकर उनकी तस्वीर देखा करते हैंरोज साँझ सवरे उन्हें अनजान राहो में […]
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया था
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया थामाँ ने हाथो से अपने मुझको झुला झुलाया […]
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को तब से लगता है कि, ख्वाबो […]
मैं ख्वाब देखता हूँ किसी मेरे अपने का
मैं ख्वाब देखता हूँ किसी मेरे अपने का पापा की पीठ पर झूलने का मां […]
मेरे अपनो से ना कहना
मेरे अपनो से ना कहना मैं उसे अपना बना ना सका मैं उसे कभी पा […]
गुरू तुम्हारा
हस्ती मिटती नहीं लुटाने से जिसको चीज वो विद्या है पा लो इसको पाकर इसे […]
लिखता हूं मैं उन सबके लिए
लिखता हूं मैं उन सबके लिए जिन्होने इतने उपकार किए बहती नदी से, ठहरे सागर […]