मेरे भीतर ये बिना इज़ाजत धड़कता, कौन है आईने में उतर आता मुझसा, तू बता, […]
शुक्रिया
दोस्तो में जगह तुमने खास दी, शुक्रिया जितनी भी दी दिल के पास दी, शुक्रिया […]
उसूलो पर चलती है साहब
हमारी तो जिंदगी, उसूलो पर चलती है साहब ये तो दुनियाँ है, जो रोज रंग […]
कई किरदार हैं आजकल
हर शख्स के कईं किरदार हैं आजकल जिन्हें खबर है वे समझदार हैं आजकल […]
आधी रात कर दी
तेरी याद में आज फिर आधी रात कर दी मियां चाँद ने अपनी चांदनी साथ […]
नई शुरुआत कर लेते हैं
उनकी तरफ से हमारे लफ्जो में.. आखिरी शे’र खास आपकी खतिर भूल जाते हैं सब, […]
है कईं
किताबो में हुनर है कईं कवि , तो शायर है कईं #गुनी…
ठीक नहीं है
किसी को रात भर जगाना, ठीक नहीं है अपनी ही रूह को सताना, ठीक नहीं […]
इबादत में ले लो
मियां, एक दफा मेरा नाम इबादत में ले लो फिर इस दिल को अपनी हिरासत […]
किनारा कर लिया
कुछ शे’र आपकी खिदमत में…?? बड़े सवाल करता है कम्बख्त दिल मेरा तौबा कर यादो […]