जख्म किस तरह से दिखाऊं खुद केइतना तु जान लें कयामत सा दौर है #गुनी…
कश्तियाँ हैं, पतवारें नहीं है
आसमां है मगर तारे नहीं हैसमंदर तो है किनारे नहीं हैगजब का माहोल है दोस्तोकश्तियाँ […]
तेरा मेरा मिलना कोई इत्तिफ़ाक नहीं था
तेरा मेरा मिलना कोई इत्तिफ़ाक नहीं थाजिंदगी कुछ बेहतर सिखाना चाहती थी #गुनी…
ख्वाईश आसमां को छूने की है
बेशक हम आज भी अपनी हदो में हैंमहज ख्वाईश आसमां को छूने की है #गुनी…
भूल जाता हूँ सारे गम कहीं तो
सच, एक हौसला मिल जाता हैजब हाथो से हाथ मिल जाता है भूल जाता हूँ […]
मंजिलें तेरी जरा भी दूर नहीं
मंजिलें तेरी जरा भी दूर नहींरास्ता तेरा एक होना चाहिए साथ तेरा दुनियां भी देगी […]
सो जाया करो जल्दी कभी कभी
सो जाया करो जल्दी कभी – कभीख्वाबो को तुम्हारा इंतज़ार रहता है #गुनी….
हरा दुप्पटा काला सूँट सबका रंग फीका है
हरा दुप्पटा काला सूँट सबका रंग फीका हैयकीनन तेरे चेहरे का रंग , बेहद सुनहरा […]
मुद्दत के बाद सोया हूँ चैन से
कम्बख्त बड़ी मुद्दत के बाद मैं सोया हूँ चैन सेवो किस्मत में है ही नहीं […]
थोड़ा तो सुकून है
आजकल मेरा दिल लगने लगा खुदा की बंदगी मेंथोड़ा तो सुकून है तुमसे दूर रह […]