मौसम…

मौसम लाजवाब है, मौला इस हवा को यूँ ही बहने दो
गाते हैं पंक्षी भी मौहब्बत में, इन्हें बस यूँ ही रहने दो
अब लौटकर न आये वो चिलचिलाती धूप और गर्मी
मैं खुश हूँ इन वादियों से, बस मुझे मेरी बात कहने दो

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