पिता …

मेरे गिरने पर राह में , मुझे उठना सिखाया है
उदासी को आँखों की चमक में बदलना सिखाया है
अब ज्यादा कुछ मत पूछो मुझसे , रो पडूंगा मैं
पिता ने मुझको मेरे , आदमी बनना सिखया है

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