पत्थर भी दिखाते हैं ऐहसान

प्रेम से ज्यादा, नफ़रत से भरी पड़ी है लोगो के दिल की दुकान
ईंट-पत्थर से घर बनाए बहुत दिल में न बना पाया कोई मकान
शायद गलती से कोई हमदर्द, कर भी दे मदद यहाँ मेरे वतन में
हाँ दिल तो दिखाते ही थे अब तो पत्थर भी दिखाते हैं ऐहसान

#गुनी …!

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