जख्मो का किस्सा, किसी का कम नहीं
प्यासे से पूछो, समंदर से दूरियां कैसी हैं
ये जो दर्द है ना तेरा है ना मेरा है ये दर्द
आंधी से पूछो, भला मजबूरियां कैसी हैं
#गुनी…
मेरी अपनी कहानी
जख्मो का किस्सा, किसी का कम नहीं
प्यासे से पूछो, समंदर से दूरियां कैसी हैं
ये जो दर्द है ना तेरा है ना मेरा है ये दर्द
आंधी से पूछो, भला मजबूरियां कैसी हैं
#गुनी…