तेरी जिंदगी में मेरा दख़ल मुनासिब न थामगर चाँद का दीदार तो जमाना करता है […]
ईद ही भूल गया
इतना व्यस्त हो चला भाग दौड़ में कम्बख्त मुबारक ईद ही भूल गया #गुनी…
कोई शिष्टाचार नहीं है
अपनी माँ को गाली देना ये कोई शिष्टाचार नहीं हैछोड़ दो धरती जिनको इस धरती […]
बिन कारण तो फूल भी रास नहीं आते
गलती हो, तो कांटो पर सुला देना हमें,बिन कारण तो फूल भी रास नहीं आते […]
कुत्ते के हिस्से में हिन्दुस्तान
माँ की गाली देकर मुरखो ने नाम राष्ट्रगान दियाखुदा भी रोया किन मुरखो ने इन्हें […]
कदमो ने इतनी ठोकरें खाई हैं मेरे
कदमो ने इतनी ठोकरें खाई हैं मेरे,हाथ भी सोचकर ही मिलाता हूँ आजकल #गुनी…
कईं सवाल हो जाएंगे
मियां , हिन्द पर सवाल न उठानाहकीकत है कईं सवाल हो जाएंगे बोलो, तिरंगे की […]
हिन्द में रहने का अधिकार नहीं
जिनके नारो को भारत की बर्बादी ही भाती होजिन्हें अपनी माँ को गाली तक देनी […]
माँ की लोरियाँ जीत जाती हैं अकसर
वैसे तो तेरी याद सोने की इजाजत नहीं देतीमगर , माँ की लोरियाँ जीत जाती […]
जो एक साल सीमा पर रहने वाला ही नेता हो पाता
जब से धरती मेरे देश की दो हिस्सों में बंट गयी हैजब से पठानकोट में […]