तुझे मांग लूँ मैं, जो खुदा से मुलाक़ात हो जाए ख़ामोशी भी मंजूर है , […]
लहरों से जीत आया हूँ
रात भर सोया नहीं , मैं रात के अंधेरो से जीत आया हूँ चाँद के […]
मुजस्सिमा हो गया हूँ
जब से गयी हो मैं मुजस्सिमा हो गया हूँ पग पग पर ठहर जाने को […]
खत नामंजूर हुआ है
भला ऐसा हुआ है कभी लहरें समन्दर से नाता तोड़ लें यकीनन मेरी सिफारिशों का […]
मेरे बारे में ख्याल क्या है
ख्वाब से निकलकर पूछ लो मेरा हाल क्या है कभी दिल को पढ़कर देख लो […]
गुनी का कहाँ कोई कसूर रखा है
कम्बख्त ने खुद को बड़ा मशहूर रखा है कल जो था आज भी वही ग़ुरूर […]
असल किरदार में आ
वाकई खबर है तो आ, किसी अखबार में आ झूठा नकाब उतार कर असल किरदार […]
हैरान न होईये
गुनी फिर से हाज़िर है खिदमत में जनाब हैरान न होईये आज मौहब्बत पर कर […]