मैं तो ठहरा मामूली सा , मुझे प्यार जताना नहीं आता तू महलों की रानी […]
रविवार है ना
एक साप्ताहिक रचना…. 😛 ये जो साप्ताहिक रविवार है ना इससे तुम्हें बड़ा ही प्यार […]
नेता जी खड़े होकर कहा रहे हैं पकौड़े
नेता जी खड़े होकर खा रहें हैं पकौड़ेजनता धूप में बैठी चला रही है हथौड़े […]
कौन अपना, और कौन पराया
छोले मिलते देखें होंगे किसी चौराहे पर बेकार वाले …. कौन अपना, और कौन परायाये […]
उस वक़्त हम बच्चे थे
मेरा गांव …. और वहां के लोग एक एक घर मंदिर था मेरे गांव काबेशक […]
कवि खुद्दार निकला
भइये कवि तारीफ सुनी हे कभी… मुनाफे में तमाम मौहल्ला हिस्सेदार निकलासब नेता हो गए […]
ओ हिन्द के वीरो जय जय जय जयकार लिखो
सुप्रभात मित्रो,…. छोटी सि कोशिश देखें ओ हिन्द के वीरो जय जय जय जयकार लिखोभारत […]
खुश रहो अपने संसार मे
आज फिर एक बार तुम्हारे लिए… मैं रात भर जागा, सिर्फ तेरे इंतजार मेंमैं आंसुओं […]
हो रहा बबाल है
देश में, देश में, धर्म के नाम पर हो रहा बबाल हैदेख लो, देख लो, […]
आदमी से प्यार हो जाए
मेरे देश के हर आदमी को हर आदमी से प्यार हो जाएनफ़रत भाव रखे खुद […]