हंसने हंसाने का काम बहुत हुआ , अब रहा नहीं कोई बाकि
पीने पिलाने का भी खूब चला, हमसा न मिलेगा कोई साकी
अब तो कर जाओ कुछ काम ऐसा , अपने वतन के वास्ते
फक्र से ले सके नाम तेरे जाने के बाद , औलाद तेरी ताकि
मेरी अपनी कहानी
हंसने हंसाने का काम बहुत हुआ , अब रहा नहीं कोई बाकि
पीने पिलाने का भी खूब चला, हमसा न मिलेगा कोई साकी
अब तो कर जाओ कुछ काम ऐसा , अपने वतन के वास्ते
फक्र से ले सके नाम तेरे जाने के बाद , औलाद तेरी ताकि