गाज लिखेंगे

नयी जगह नया सवेरा नए सवेरे में दिल के सारे राज लिखेंगे
खुदको दीप बना करेंगे रोशन माँ के हिस्से एक ताज लिखेंगे
जिस जालिम ने उठाई ऊँगली , माँ भारती की और इस बार
ऊँगली नहीं तोड़ेंगे अब हम , मिटा ही देंगे ऐसी गाज लिखेंगे

#गुनी….

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