हिंदी की बात कर

गलत नहीं कोई पहनावा मगर कभी कभी चुनरी और बिंदी की बात कर
क्यूँ बैठ गया अब जिन्दगी से हार कर आज तो जरा बुलंदी की बात कर
रे खूब आएँगी अडचने तेरी इस राह में मगर तू एक बार कोशिश तो कर
खूब अपनाया दूजो की रीत – भाषा अंग्रेजी को जरा हिंदी की बात कर

#गुनी …!

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