क्या आकार है मालिक का, ये मैं बता नहीं सकता
कितना सुंदर है ये भी तुम्हे , मैं दिखा नहीं सकता
मालिक का तो एक नूर ही काफी है , इस सृष्टि को
वो चित्रकार है बड़ा उससा कोई सजा नहीं सकता
मेरी अपनी कहानी
क्या आकार है मालिक का, ये मैं बता नहीं सकता
कितना सुंदर है ये भी तुम्हे , मैं दिखा नहीं सकता
मालिक का तो एक नूर ही काफी है , इस सृष्टि को
वो चित्रकार है बड़ा उससा कोई सजा नहीं सकता