आजादी की 68वीं वर्षगांठ मुबारक

अंग्रेजी में क्या रखा है, अब सब हिंदी गले लगाओ तुम
विदेशो में क्यूँ जाना अपने ही देश पे प्यार लुटाओ तुम

यहाँ बढे हो यहाँ पढ़े हो जीवन अपना यहीं सजाया है
उनकी क्यूँ नक़ल करो हो संस्कृति अपनी बढाओ तुम

माँ ने और बापू ने इतना कुछ दे रखा है , बेटा तुमको
ज्यादा नहीं चुका तुम सकते, थोडा कर्ज चुकाओ तुम

माटी से तुमने अपनी तख्ती पोती लिखना सीखा गए
संघर्ष की अब घडी है माटी को कंधो पर उठाओ तुम

आजादी के चक्कर में अपने भाइयो ने जान लुटाई थी
थोडा उनको भी याद करो आज कुछ अश्रु बहाओ तुम

कोई बालक तो न हो , जो अब भी चुप बैठे हो मानुष
गर जाग गए हो मानव औरो को भी अब जगाओ तुम

वो अंग्रेज तो खेर पराये थे, अब अपनों की गुलामी क्यूँ
छोडो अब डर मित्रो हक़ की कोई तलवार चलाओ तुम

मेरे देश में वीर खूब शहीद हुए, रोती है बहने भी उनपर
कोई मसाल उठाओ, अत्याचारों की चिता जलाओ तुम

क्या तुम साहित्य लिखते हो, हमे प्रेम विशेषज्ञ दीखते हो
गर्व की अब बात करो गुनी वीरो की ललकार सुनाओ तुम

#गुनी …

आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनायें

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