बनावट के खिलोनो से क्या तुम कुदरत को सजा रहे हो जरा आज सच तो […]
खूनदान महादान जीवनदान
उड़ते परिंदे सी तू ऊँची उड़ान तो भर दे सके दान पेड़ो सा दयावान तो […]
मेरे हाथ ख़त भी नहीं
मेरे हाथ ख़त भी नहीं उन तक पैगाम पहुँचाने को मेरे साथ वो भी नहीं […]
माँ
माँ की महिमा गाने मैं आया हूँमाँ क्या होती है ये बतलाने मैं आया हूँ […]
जय होने दो
भारत माता की जय होने दोआज फिर एक नया संविधान तय होने दो अपनी जिंदगी […]
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया था
एक अवसर मुझको भी ऐसा मिल पाया थामाँ ने हाथो से अपने मुझको झुला झुलाया […]
मैं ख्वाब देखता हूँ किसी मेरे अपने का
मैं ख्वाब देखता हूँ किसी मेरे अपने का पापा की पीठ पर झूलने का मां […]
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को
जब से देखा है मैंने मालिक के नूर को तब से लगता है कि, ख्वाबो […]
गुरू तुम्हारा
हस्ती मिटती नहीं लुटाने से जिसको चीज वो विद्या है पा लो इसको पाकर इसे […]
मेरे अपनो से ना कहना
मेरे अपनो से ना कहना मैं उसे अपना बना ना सका मैं उसे कभी पा […]