सब कुछ लुटा दिया अंग्रेजो पर फिर कहते अभी बहुत है बाकि
सत्ता खातिर देश बिकवा दिया फिर कहते अभी बहुत है बाकी
कुत्तो को तुम कितनी हड्डी डालोगे ये हमको भी दिखलाओ
सारा खजाना ही झोंक दिया फिर कहते अभी बहुत है बाकि
ऐसे माँ की खातिर मरने वालो को तुमने समझ क्या रखा है
हक़ का उनका भी छिपा दिया फिर कहते अभी बहुत है बाकि
गलती कर बैठे वो बालक जो भूल गए जीते हैं हिंदुस्तान में
मरवा डाला उन नन्ही जानो को फिर कहते अभी बहुत है बाकि
कट जाते हैं शीश वीरो के सीमा-ए-भारत और पाकिस्तान पे
देश के गद्दारों से मेल किया है फिर कहते अभी बहुत है बाकि
जनता के खून और पसीने को बहा दिया तुमने पानी की धार में
स्वीस बैंक में करोडो जमा किया फिर कहते अभी बहुत है बाकि
अब तो हद कर दी कोई करे बलात्कार तो कहते हो गई गलती
बहनों के मान को नीलाम किया फिर कहते अभी बहुत है बाकि
गुनी कहे सुधर जाओ तुम अब अपनी इन शैतानी हरकतों से
ये याद रखो भगत और आजाद कम नहीं है अभी बहुत है बाकि